Bhu Aadhar Card Yojana 2024: जैसे किसी व्यक्ति के पहचान उसके आधार कार्ड से होती है, ठीक उसी प्रकार आपके जमीन की पहचान भी भू-आधार कार्ड से होगी। इसके बारे में घोषणा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट सत्र मे किया था। इस भू-आधार से आपके जमीन का डिजिटलीकरण होने से जमीन के लिए अक्सर होने वाले आपसी विवाद जैसी प्रमुख समस्याएं स्वतः खत्म हो जाएगी।
इस आर्टिकल में हम आपको भू-आधार के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे, कि भू-आधार के तहत आपके जमीन का मापन, खरीद फरोख्त, जमीन का मालिकाना हक़ जैसे विवरण डिजिटल रूप में सुरक्षित किए जायेंगे, जिसे कहीं से भी पता किया जा सकेगा। तो आइए इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना शुरू करते हैं-
भू आधार कार्ड क्या है?
भू-आधार कार्ड, गांव के खेत या शहर के प्लॉट सभी के लिए केंद्र सरकार द्वारा बनाया जा रहा है। इसमें आपकी जमीन का रिकॉर्ड डिजिटल रूप में रखा जाएगा। जमीन का जिओ टैगिंग के द्वारा माप किया जाएगा। भू-आधार एक 16 अंकों का अल्फा न्यूमेरिक यूनिक होता है, जिसे अंतरराष्ट्रीय मानकों के आधार पर बनाया जाएगा। इस कार्ड को ULPIN कार्ड भी कहा जाता है।
भू-आधार कार्ड आखिर क्यों?
भू आधार कार्ड बनवाना महत्वपूर्ण इसलिए हो जाता है कि जैसे आप अपने जमीन या प्लॉट को खरीद कर छोड़ देते हैं। कभी-कभार ऐसी स्थिति में दबंगों के द्वारा आपकी जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया जाता है। लेकिन भू आधार बन जाने के बाद कोई भी दबंग व्यक्ति आपकी जमीन पर कब्जा नहीं कर सकेगा। लेकिन ऐसी स्थिति आने पर आप इसके लिए पुलिस थाने में रिपोर्ट कर सकते हैं।
भू आधार कार्ड का लाभ (Benefits)
भू आधार के लाभ निम्नवत हैं, जिसके बारे में नीचे बताया गया है।
- भूमि का प्रकार
- भूमि पर लिए गया लोन
- भूमि की भौगोलिक स्थिति
- जमीन का मालिकाना हक
- प्राकृतिक संसाधनों, जल और खनिजों का पता चल पाता है।
भू आधार कार्ड के फायदे
भू आधार कार्ड के कई फायदे हैं जिनके बारे में कुछ प्रमुख बातों को बताया गया है।
- भू आधार के बन जाने से आपकी जमीन पर कोई अवैध कब्जा नहीं कर सकता है।
- आधार कार्ड से जमीन के मलिकाना हक और बैंकों का कर्ज़ जैसे महत्वपूर्ण जानकारी का पता चल पाता है।
- दो खेतों के बीच आपसी विवाद जैसी समस्याएं हमेशा के लिए खत्म हो जाएंगे।
- इस कार्ड के बन जाने से न्यायालय में चल रहे लंबित मुकदमों का जल्दी समाधान निकल सकेगा।
भू आधार कार्ड कैसे बनवाएं?
भू आधार कार्ड बनवाने के लिए नीचे बताये गये तरीकों को स्टेप बाय स्टेप फॉलो करें।
- भू आधार कार्ड बनवाने हेतु आपको अपने क्षेत्र के ग्राम पंचायत कार्यालय या नजदीक पंचायत समिति में जाना होगा।
- जहां जाकर आपको एक आवेदन पत्र भरना है। जिसमें भूमि संबंधित दस्तावेजों के साथ जमीन के स्वामी का भी दस्तावेज संलग्न करना होगा।
- आवेदन पत्र प्राप्त होने के पश्चात अधिकारियों द्वारा आपके चिन्हित जमीन का परीक्षण किया जाएगा।
- सब कुछ सही पाए जाने के बाद आपका भू-आधार कार्ड बन जाएगा।